सत्य के ग्रहण करने और असत्य के छोड़ने में सर्वदा उद्यत् रहना चाहिएँ|
Saturday, November 5, 2011
Future Mission | Arya samaj Jhansi
यदि स्कूल, कॉलेज में वैदिक संस्कृति का अनिवार्य रुप से उचित अध्ययन करवाया जाने लगे तो शुरू में ही ज्ञान चक्षु खुल जाएँ और सबकी रुचि भारतीय संस्कृति के सवंर्धन तथा अंगीकरण में संलग्न हो जाए।
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