भारतीय संस्कृति के मूल वेद हैं। ये हमारे सबसे पुराने धर्म-ग्रन्थ हैं और हिन्दू धर्म का मुख्य आधार हैं। वेदों का असाधारण महत्त्व है। वैदिक युग के आर्यों की संस्कृति और सभ्यता जानने का एकमात्र साधन यही है। मानव-जाति और विशेषतः आर्य जाति ने और समाज का किस प्रकार विकास किया इसका ज्ञान वेदों से ही मिलता है। वेद सब सत्य विद्याओं की पुस्तक है
ऋग्वेद -यही सर्वप्रथम वेद है।
ऋग्वेद -यही सर्वप्रथम वेद है।
सामवेद -इसमें यज्ञ में गाने के लिये संगीतमय मन्त्र हैं।
यजुर्वेद -इसमें यज्ञ की असल प्रक्रिया के लिये मन्त्र हैं।
Atharvaveda
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